केशकाल | रौंग नम्बर से हुई दोस्ती ने पार की सारी हदें, पति को छोड़कर फरार हुई शादीशुदा महिलाएं, सीहोर में कर ली दूसरी शादी, पुलिस ने ढूंढ निकाला ! जानिए पूरा मामला…..
नीरज उपाध्याय/केशकाल:- केशकाल थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम अड़ेंगा में बीते 18 जून को दो शादीशुदा सगी बहनें अपने 4 बच्चों के साथ मायके जाने के नाम पर घर से निकलीं थीं। लेकिन मायके न जाकर दोनों बहनें सीहोर, मध्यप्रदेश पहुंच गईं। कई दिनों तक आसपास के गांव व परिचितों से पूछताछ करने के बाद भी जब उनका पता नहीं चला तब जाकर 26 जून परिजनों ने केशकाल थाना आकर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। इस मामले में केशकाल पुलिस ने दोनों महिलाओं व बच्चों को दस्तयाब कर लिया है। महिलाओं से हुई पूछताछ में पुलिस ने कई खुलासे किए हैं।
इस सम्बंध में जानकारी देते हुए केशकाल एसडीओपी भूपत सिंह ने बताया कि अड़ेंगा निवासी प्रार्थी नरसिंह पटेल एवं सुरडीही निवासी राकेश पटेल ने केशकाल थाना आकर रिपोर्ट दर्ज करवाया कि उनकी बहू बुधियारिन पटेल व क्लेन्द्री पटेल जो कि बुआ के घर जाने एवं शादी समारोह में शामिल होने के लिए घर से निकले थे, लेकिन वहां नहीं पहुंचे।
प्रार्थी की रिपोर्ट के आधार पर केशकाल पुलिस ने गुम इंसान कायम किया। साथ ही कोंडागांव एसपी वाय. अक्षय कुमार के निर्देशानुसार केशकाल पुलिस व सायबर सेल की संयुक्त टीम गठित कर गुम महिलाओं व बच्चों की पतासाजी शुरू की गई। इस दौरान मोबाइल लोकेशन ट्रेस करते हुए पुलिस की टीम सीहोर, मध्यप्रदेश पहुंची। जहां पुलिस ने दोनों महिलाओं व बच्चों को दस्तयाब कर उन्हें केशकाल लाया।
ज्ञात हो कि महिलाओं से पूछताछ करने पर कई आश्चर्यजनक बातों का खुलासा हुआ। जिसमें उन्होंने बताया कि सबसे पहले कलेन्द्री पटेल की रोंग नम्बर पर सीहोर, मध्यप्रदेश निवासी युवक भैरूसिंह गालवी से बात शुरू हुई। धीरे धीरे उसकी बातचीत दोस्ती में बदल गई। समय बीतता गया और यह दोस्ती प्रेम प्रसंग में बदल गई। जिसके बाद उक्त युवक ने कलेन्द्री को मध्यप्रदेश बुलाया। ऐसे में कलेन्द्री व उसकी विधवा बहन बुधियारिन अपने दो-दो बच्चों के साथ ट्रेन के माध्यम से सीहोर मध्यप्रदेश पहुंच गए। जहां कलेन्द्री ने भैरूसिंह व बुधियारिन ने रूपेशचंद्र पुरबिया के साथ शादी कर लिया, और अपना जीवन यापन करने लगे थे।
फिलहाल दोनों महिलाओ व बच्चों को सुरक्षित केशकाल थाना लाया गया है। महिलाओं से पूछताछ कर उनका बयान दर्ज किया जा रहा है। चूंकि दोनों महिलाएं बालिक हैं, ऐसे में वह यहां रहना चाहती हैं या वापस मध्यप्रदेश जाना चाहती हैं यह निर्णय पूरी तरह वह स्वयं लेंगी। इसलिए कार्यपालिक मजिस्ट्रेट के समक्ष दोनों महिलाओं का बयान लेने के पश्चात महिलाओं व बच्चों को उनके परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
इनकीं अहम भूमिका रही-
सम्पूर्ण कार्यवाही में केशकाल थाना प्रभारी विकास बघेल, प्र.आर. संजय बिसेन, जयो चंद्रवंशी, आर. अमित मण्डावी, साक्षी पटेल एवं सायबर सेल के टीम की अहम भूमिका रही।